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Sunday, 27 April 2014

कर सकता प्रतीक्षा

I exist as I am, that is enough,
If no other in the world be aware I sit content,
And if each and all be aware I sit content.
One world is aware, and by the far the largest to me, and that is myself,
And whether I come to my own today or in ten thousand or ten million years, 
I can cheerfully take it now, or with equal cheerfulness, I can wait.
~ Walt Whitman 

जीता हूँ मैं जैसा हूँ मैं काफी ये ही 
जाने चाहे कोई न संसार में यह फिर भी मैं संतृप्त बैठा 
जान ले हर कोई यह संसार में फिर भी मैं संतृप्त बैठा
एक जग है जानता औ विस्तृत अनंत मैं तक वह हूँ मैं 
औ चाहे लौटूँ खुद तक आज या पश्चात सालों या युगों के 
मुदित मन स्वीकारता मैं  अब या उसी लय में कर सकता प्रतीक्षा Photo

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