मुक्त हो के श्रम-थकन से,
there
are rare moments in the life
when I relieved of stress,
surrender gladly without strife,
to nature's blessedness.
बहुत ही दुर्लभ हैं पल ऐसे नियति में
जब मैं मुक्त हो के सारे श्रम-थकन से,
समर्पित होता सहृदय, संघर्ष के बिन,
प्रकृति के अमित सान्निध्य हेतु
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