God and I have become like two giant fat people
Living in a tiny boat.
We keep bumping into each other
and laughing.
~Hafiz~
मैं व ईश्वर जैसे दो मुस्टंडे हों
Living in a tiny boat.
We keep bumping into each other
and laughing.
~Hafiz~
मैं व ईश्वर जैसे दो मुस्टंडे हों
एक नन्ही नाव में संग ..
लुडक्ते टकराते रहते
हँसते हँसते ....
बहुत खूब!
ReplyDeleteरचना देखने में तो हास्य की लहती हैं परन्तु मर्म भी छिपा है इसमें...!
ईश्वर बड़ा छलिया और बहुरुपिया है ...
ReplyDeleteसावधान रहना ...