When no one is looking,
I swallow deserts and clouds
and chew on mountains
knowing they are sweet bones!
When no one is looking...
and I want to kiss God,
I just lift my own hand to my mouth.
देख रहा हो जब कोई न ..,
निगल लेता मैं रेगिस्तान,बादल
और चबा जाता पर्वत
जैसे हों वह अस्थि स्वादिष्ट !
देख रहा हो जब कोई न .....
चाहूँ चुमूँ मालिक जग का ,
बस अपना ही हाथ लेजाता मूंह तक ..
~ Hafiz
I swallow deserts and clouds
and chew on mountains
knowing they are sweet bones!
When no one is looking...
and I want to kiss God,
I just lift my own hand to my mouth.
देख रहा हो जब कोई न ..,
निगल लेता मैं रेगिस्तान,बादल
और चबा जाता पर्वत
जैसे हों वह अस्थि स्वादिष्ट !
देख रहा हो जब कोई न .....
चाहूँ चुमूँ मालिक जग का ,
बस अपना ही हाथ लेजाता मूंह तक ..
~ Hafiz
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