सांस लें शांतिमय , शाश्वत मिलन की,
जाने,मिल कर पूर्ण होना
अविचलित, और परे
अपने ह्रदय में
सृष्टि के परिवर्तनों से
जो हैं वे , स्थिति हो कैसी
वे सदा और सदा ही
एक लय हों,
जैसे वे हों धाम एक दूसरे के.
तब ही होता प्रेम पूरित
स्वर्ग -धरती
एक हो जब ...............
जाने,मिल कर पूर्ण होना
अविचलित, और परे
अपने ह्रदय में
सृष्टि के परिवर्तनों से
जो हैं वे , स्थिति हो कैसी
वे सदा और सदा ही
एक लय हों,
जैसे वे हों धाम एक दूसरे के.
तब ही होता प्रेम पूरित
स्वर्ग -धरती
एक हो जब ...............
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वाह!! तो ये है प्रेम!! :) सांस लें शांतिमय , शाश्वत मिलन की,
ReplyDeleteji haan manishji liberation is most fulfilling and blissful..
Deleteस्थिति हो कैसी
ReplyDeleteवे सदा और सदा ही
एक लय हों,
जैसे वे हों धाम एक दूसरे के.
तब ही होता प्रेम पूरित
स्वर्ग -धरती
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प्रेम में पगी सुन्दर कविता का बढ़िया अनुवाद!